मत ढुंढ मुझे रिवाजो में, मत ढुंढ मुझे नमाजो में, न मै व्रत में हॅू, न रमजान में |
बस्स ! इंसानियत को जिंदा रख, क्योंकि मैं बसता हॅू इंसानो में ||

मत ढुंढ मुझे रिवाजो में, मत ढुंढ मुझे नमाजो में, न मै व्रत में हॅू, न रमजान में |
बस्स ! इंसानियत को जिंदा रख, क्योंकि मैं बसता हॅू इंसानो में ||